सर्वशक्तिमान एवं महान अल्लाह को, उसके रब एवं अकेले पूज्य होने जैसी बातों और उसके नामों और सद्गुणों में, जो उसके साथ ख़ास हैं, एक मानना और स्वयं को बहुदेववाद एवं वहुदेववादियों से अलग रखना।
इस बात का दृढ़ विश्वास रखना और पूरा इक़रार करना कि महान अल्लाह, हर वस्तु का स्रष्टा और मालिक है और इस कायनात के सारे कार्य उसी के द्वारा संचालित होते हैं।
इसलाम और तौहीद
सीधा मार्ग: उच्च एवं महान अल्लाह का वह मार्ग, जिसे उसकी ओर से उसके रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) के माध्य से बंदों के लिए निर्धारित किया गया है। यही रास्ता बंदे को अल्लाह तक पहुँचाता है और इसपर चलने का अर्थ अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) के आदेशों का पालन करना, मना की हुई वस्तुओं से दूर रहना और आपके द्वारा दी गई सूचनाओं की पुष्टि करना है।