मख़लूक़ को किसी ऐसी चीज़ में अल्लाह के बराबर क़रार देना, जो उसी के साथ खास है।
किसी मुसलमान को अधर्मी (इसलाम धर्म त्याग करने वाला) घोषित करना।
यह इसलाम का विपरीतार्थक शब्द है और इसका अर्थ है, कोई ऐसी बात कहना अथवा कार्य करना, कोई ऐसी आस्था रखना, संदेह जताना या किसी ऐसे कार्य का परित्याग करना, जो इनसान को इसलाम के दायरे से बाहर निकाल दे।
झाड़-फूँक, गाँठ और मंत्र, जिनके माध्यम से जादूगर शैतानी शक्तियों को काम में लाता है और किसी व्यक्ति के शरीर, बुद्धि अथवा इरादे आदि को प्रभावित करके उसे क्षति पहुँचाने का प्रयास करता है।
ईमान और तक़वा वाले लोग, जो अपने तमाम मामलों में अल्लाह का ध्यान करते हुए, उसके अज़ाब और क्रोध के भय से तथा उसकी प्रसन्नता और जन्नत के लोभ में, उसके आदेशों का पालन करते हैं और उसकी मना की हुई चीजों से बाज़ रहते हैं।