हिजरी साल का नौवाँ महीना।
मुहर्रम महीने का दसवाँ दिन
रोज़े की नीयत से फ़ज्र प्रकट होने से सूरज डूबने तक सभी रोज़ा तोड़ने वाली वस्तुओं से दूर रहना।
वह बातें और हिकमतें, जिनका ध्यान शरीयत के निर्माण के समय साधारणतया और विशेष रूप से रखा गया है और जिनके अंदर बंदों के हित निहित हैं।